लहरपुर उत्तर प्रदेश के सीतापुर ज़िले में स्थित एक ऐतिहासिक शहर है। इसका उल्लेख प्राचीन काल से मिलता है, जहां यह एक व्यापारिक और सांस्कृतिक केंद्र के रूप में जाना जाता था। मुग़ल और ब्रिटिश काल में भी लहरपुर का खास महत्व था। यहां के प्राचीन मंदिर, मस्जिदें और ऐतिहासिक स्थल इस क्षेत्र की धरोहर को समृद्ध बनाते हैं। आज लहरपुर एक छोटा लेकिन समृद्ध नगर है, जहां की मुख्य आय का स्रोत कृषि है। यहां परधान रूप से धान, गेहूं और गन्ना की खेती होती है।
लहरपुर में शिक्षा के क्षेत्र में भी प्रगति हो रही है, जहां कुछ अच्छे विद्यालय और कॉलेज उपलब्ध हैं। नगर में छोटी और मंझोली दुकानों के साथ, कुछ बाजार भी हैं जो लोगों की दैनिक आवश्यकताओं को पूरा करते हैं। स्थानीय मेलों और धार्मिक कार्यक्रमों में लहरपुर की सांस्कृतिक धरोहर आज भी जीवंत है। लखनऊ से लहरपुर की दूरी लगभग 100 किलोमीटर है, जिसे बस या टैक्सी के माध्यम से आसानी से तय किया जा सकता है।
सीतापुर का नाम, राजा विक्रमदित्य ने भगवान राम की पत्नी सीता के नाम के बाद स्थापित किया था। यह जगह प्राचीन, मध्ययुगीन और आधुनिक इतिहास से संबंधित है। लखनऊ से लहरपुर की दूरी लगभग 100 किलोमीटर है, जिसे बस या टैक्सी के माध्यम से आसानी से तय किया जा सकता है। निकटतम रेलवे स्टेशन सीतापुर है। हवाई यात्रा के लिए, लखनऊ का चौधरी चरण सिंह अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा सबसे नजदीकी है।